‘Food Pharmer’ ने नए प्रोजेक्ट ‘Make India Healthy Again’ की शुरुआत की हैं जिसके तहत वह भारत का सबसे स्वच्छ खाद्य पदार्थ ब्रांड बनाने की जद्दोजहत में लगें हुए हैं । उन्होंने इसी प्रोजेक्ट के तहत अब ‘लेबल लिखेगा इंडिया’ की भी शुरुआत की है जो एक अनोखी शुरुआत हैं ।

रेवंत हिमतसिंहका, जिन्हें ‘Food Pharmer’ के नाम से भी जाना जाता है, एक प्रमुख भारतीय स्वास्थ्य और नूट्रिशन इन्फ़लुएंसर हैं । उन्होंने ‘Make India Healthy Again’ प्रोजेक्ट और ‘लेबल पढ़ेगा इंडिया’ अभियान के माध्यम से भारत में स्वास्थ्य जागरूकता बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं । रेवंत ने कई बड़ी फूड कंपनियों को उनके प्रोडक्ट्स में मौजूद अतिरिक्त शुगर और हानिकारक तत्वों के लिए एक्सपोज़ किया । उनकी मुहिम के कारण कई कंपनियों ने अपने उत्पादों की पैकेजिंग और मिलावट सामग्री में अहम बदलाव किए हैं ।
उनके अभियान ‘लेबल पढ़ेगा इंडिया’ ने उपभोक्ताओं (कनस्यूमर्स) के बीच खास जागरूकता बढ़ाई है । इस कैम्पैन की सफलता को देखते हुए फ़ूड फ़ार्मर ने एक नया प्रोजेक्ट लॉन्च किया हैं । इस प्रोजेक्ट का नाम है ‘Make India Healthy Again‘ । इसी मुहिम के तहत उन्होंने “लेबल लिखेगा इंडिया” की भी शुरुआत की हैं । फ़ूड फ़ार्मर ने अब “मेक इंडिया हेल्थी अगैन” नाम से एक नया सोशल मीडिया अकाउंट बनाया है, वह इस पेज की मदद से भारत का सबसे स्वच्छ खाद्य पदार्थ ब्रांड बनाने की कोशिश कर रहें हैं ।
‘Make India Healthy Again’ पेज से करेंगे स्वच्छ खाद्य पदार्थ ब्रांड बनाने की कोशिश :
रेवंत हिमतसिंहका का मिशन भारत में स्वास्थ्य जागरूकता बढ़ाना और लोगों को सही खानपान की दिशा में मार्गदर्शित करना है पर भारत में ज्यादातर कंपनियां मिलावटी खाद्य ही बनती है जिसके चलते रेवंत ने एक नया फैसला लिया । उन्होंने अपने फैंस और चाहने वालों की मदद लेते हुए भारत का स्वच्छ खाद्य पदार्थ बनाने का सोचा हैं । इस प्रोजेक्ट का नाम उन्होंने ‘Make India Healthy Again‘ रखा हैं जिसके बारे में उन्होंने अपने इस नए इंस्टाग्राम अकाउंट में बात की हैं ।
Food Pharmer ने इस बारे में पोस्ट कर लिखा “आप सभी ने मुझे भारत के सबसे स्वच्छ उत्पाद बनाने के लिए वोट दिया। मैंने आप सभी के साथ मिलकर भारत के सबसे स्वच्छ उत्पाद बनाने का फैसला किया है। सच कहूं तो मैं काफी घबराया हुआ हूं । अगले कुछ महीनों में हमें कच्चे माल की सोर्सिंग, निर्माण, नाम, लोगो, ई-कॉमर्स पंजीकरण, आपूर्ति श्रृंखला और बहुत कुछ पता लगाना होगा । मुझे पता है कि यह आसान नहीं होगा क्योंकि मैंने जिन कंपनियों का खुलासा किया है, वे सभी यह सुनिश्चित करना चाहेंगी कि हमारा आंदोलन विफल हो जाए ।”
‘लेबल लिखेगा इंडिया’ किया लॉन्च :
रेवंत ने इस नए प्रोजेक्ट के बारे में समझाते हुए बाताया पिछले साल हमने लेबल पढ़ेगा इंडिया की शुरुआत की थी और इस साल हम “इंडिया लिखेगा इंडिया” की शुरुआत कर रहे हैं । तो आखिर क्या है “लेबल लिखेगा इंडिया” ? लेबल लिखेगा इंडिया भारत के सबसे स्वच्छ उत्पादों को साथ मिलकर बनाने का एक अभियान है । इन पदार्थों का प्रत्येक लेबल लोगों द्वारा “लिखा” जाएगा । इस सिस्टम में भारतीय मतदान प्रणाली के माध्यम से यह तय किया जाएगा कि प्रोडक्ट के लेबल पर क्या लिखा जाएगा ।
लेबल लिखेगा इंडिया कैसे काम करेगा?
‘Food Pharmer’ ने बताया की उनका नया प्रोजेक्ट लेबल लिखेगा इंडिया कैसे काम करेगा । उन्होंने इसके कई 5 चरण बताए हैं जिसमे से चरण कुछ इस प्रकार हैं ।

- प्रत्येक उत्पाद के लिए, मैं भारत के शीर्ष खाद्य प्रौद्योगिकीविदों के साथ मिलकर सबसे स्वच्छ सामग्री विकल्पों की पहचान करूंगा।
- मैं प्रत्येक घटक के फायदे और नुकसान के बारे में बताऊंगा और आपको एक अनुमानित कीमत बताऊंगा।
- हर कोई सामग्री पर वोट करेगा।
- जिन सामग्रियों के लिए आपने वोट दिया है, उनका उपयोग करते हुए हम आपमें से कुछ लोगों के साथ स्वाद परीक्षण करेंगे और उसमें कुछ छोटे-मोटे बदलाव करेंगे।
- विशेषज्ञ अंतिम उत्पाद तैयार करेंगे, जिसका एनएबीएल-मान्यता प्राप्त प्रयोगशालाओं में कठोर परीक्षण किया जाएगा।
‘Make India Healthy Again’ की शुरुआत क्यों हुई ?
रेवंत हिमतसिंहका एक सफल प्रोफेशनल थे और अमेरिका में स्थायी रूप से बस सकते थे, लेकिन उन्होंने अपनी हाई-प्रोफाइल नौकरी छोड़कर भारत लौटने का फैसला किया । भारत आने के पीछे उनका मकसद था भारत के लोगों को स्वस्थ बनाना और लोगों को इस बात की जानकारी देना कि वे जो पैकेज्ड फूड हेल्थी समझ कर खा रहे हैं, उसमें कितना हानिकारक रसायन और अन्य खतरनाक चीजें हैं।

उन्होंने यह जाना कि भारत में अधिकांश लोग फूड लेबल पढ़ने और समझने में सक्षम नहीं हैं, जिससे वे अनजाने में हानिकारक खाद्य पदार्थों का सेवन कर रहे हैं । इसी समस्या का समाधान निकालने के लिए उन्होंने “लेबल पढ़ेगा इंडिया” प्रोजेक्ट की शुरूआत की और बताया की वो कैसे अपने खानपान को स्वस्थ बना सकते हैं और सही खाद्य पदार्थों का चयन कर सकते हैं।इस प्रोजेक्ट का मकसद खाद्य कंपनियों को अधिक पारदर्शिता अपनाने और अपने उत्पादों में अनावश्यक रसायन को कम करने के लिए प्रेरित करना भी था ।
‘लेबल पढ़ेगा इंडिया’ अभियान से की थी शुरुआत…
Food Pharmer के ‘लेबल पढ़ेगा इंडिया’ अभियान ने उपभोक्ताओं (कनस्यूमर्स) के बीच जागरूकता बढ़ाई है, जिससे वे अपने खाद्य विकल्पों के प्रति अधिक सतर्क हो गए हैं । इस पहल के परिणामस्वरूप, बहुत से कनस्यूमर्स ने अपने रोजमर्रा के खान पान में महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं । लेबल पढ़ेगा इंडिया कैम्पैन के तहत कनस्यूमर्स पैकेज्ड खाद्य पदार्थों को चुनने में भी अधिक सावधानी बरत रहे हैं।
रेवन्त हिमतसिंहका का लक्ष्य 140 करोड़ भारतीयों को स्वास्थ्य साक्षर बनने का है । वे अपने अभियानों और मास्टरक्लास के माध्यम से इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए निरंतर प्रयास कर रहें हैं । रेवन्त हिमतसिंहका के ये कोशिशें भारत में स्वास्थ्य जागरूकता बढ़ाने और कनस्यूमर्स को जगाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं ।
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