Food Pharmer उर्फ रेवंत हिमतसिंग्का ने एक बार फिर अपनी कोशिशो के दम पर एक बड़ा बदलाव कर दिखाया है । दरअसल नेस्ले कंपनी ने नया सेरेलैक लॉन्च किया है और उसमे से अब उन्होंने रिफाइंड शुगर हटा दिया है जो रेवंत हिमतसिंग्का के कंपनी पर बार-बार सवाल उठाने का नतीजा है ।
काफी सालों से Food Pharmer कंटेंट क्रिएशन के जरिए लोगों को जागरूक करने की कोशिश कर रहे हैं । साथ ही साथ वो अपने वीडियो में ऐसी कंपनी का नाम भी बेबाक होके बताते हैं जो उपभोक्ता को दावा करके भी वह असली सामान नहीं बेचते । इस लिस्ट में कई बड़ी-बड़ी कंपनी का नाम शामिल है । हाल ही में उनकी इसी जोश की वजह से “रियल” जूस ने भी अपने जूस में से चीनी की मात्रा को कम किया था । अब नेस्ले कंपनी ने भी अपना नया प्रोडक्ट लॉन्च किया है जिसका श्रेय सोशल मीडिया Food Pharmer को दे रहा है ।
नेस्ले में किया बड़ा बदलाव :
रेवंत हिमतसिंग्का ने पिछले कई सालों से अपने वीडियो और न्यूज़ चैनल के माध्यम से नेस्ले कंपनी के दोहरे रवैये के बारे में आवाज उठाया है । उन्होंने बताया है कि कैसे नेस्ले कंपनी इंडिया के सेरेलैक में चीनी डालता है जबकि दूसरे देशों के सेरेलेक में रिफाइंड शुगर नहीं डालता । उनका कहना है कि सेरेलैक में चीनी की मात्रा होना छोटे बच्चों के सेहत के लिए बिल्कुल भी सही नहीं है ।
Food Pharmer के लगातार सवाल उठाने की वजह से नेस्ले कंपनी ने एक बड़ा बदलाव किया है । नेस्ले ने एक नया सेरेलेक मार्केट में लॉन्च किया है जिसमें उन्होंने रिफाइंड शुगर अपने प्रोडक्ट में से हटा दिया है । उन्होंने दावा किया है कि उनके इस प्रोडक्ट में अब चीनी की मात्रा पूरे तरीके से हटा दी गई है ।
चीनी से है बच्चों को खतरा :
फूड फार्मर अक्सर अपनी वीडियो में बताते नजर आते हैं कि चीनी यानी रिफाइंड शुगर कैसे सभी उम्र के व्यक्ति के लिए हानिकारक है । पर क्या आप जानते हैं कि सिर्फ चीनी हम बड़ो से ज्यादा छोटे बच्चों के लिए नुकसान दायक हैं । अगर चीनी 0 से 2 साल के बच्चों को दिया जाए तो उन्हें जीवन भर ओबेसिटी, टूथ डीके, फैटी लीवर और डायबिटीज जैसी समस्याएं आ सकती हैं ।
पिछले कई सालों से नेस्ले कंपनी बेबी फूड मार्केट को रूल कर रहा था । ऐसे में उनके प्रोडक्ट के सामग्री में चीनी होने के खुलासे की वजह से उनकी काफी आलोचना की गई थी ।
नेस्ले को झेलनी पड़ी आलोचनाएं :
Food Pharmer के अलावा कई एनजीओ और हेल्थ वर्कर्स ने लगातार खुलकर नेस्ले का विरोध किया जब उन्हें पता चला कि नेस्ले बेबी फूड में चीनी का भी इस्तेमाल करता है । उनके इस विरोध में हजारों लाखों लोग जुड़ते गए । यह खबर इतनी वायरल हो गई कि न्यूज़ चैनल तक में इसकी बातें होने लगी और यह एक बड़ा मुद्दा बन गया । हजारों क्रिएटर की मेहनत और जनता के आलोचनाओ के चलते नेस्ले कंपनी ने दूसरे देशों की तरह भारत में भी बिना चीनी का सेरेलक लॉन्च करने का फैसला किया ।
रियल जूस में भी किया था बदलाव :
रेवंत हिमतसिंग्का उर्फ Food Pharmer ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर 13 जुलाई को एक वीडियो अपलोड कर बताया था कि वह पिछले 1 साल से डाबर कंपनी के साथ उनके प्रोडक्ट रियल जूस में चीनी की मात्रा सही न होने का केस लड़ रहे थे । उनकी ये लड़ाई कामयाब साबित हुई और अब डाबर कंपनी ने अपने रियल जूस में से शक्कर की मात्रा 21 % तक कम करने का निर्णय लिया है । हालांकि Food Pharmer ने यह बात भी मानी है कि यह बदलाव सिर्फ उनके एक वीडियो के कारण नहीं हुआ है । यह बस एक कारण हो सकता है और वह इस बदलाव का कोई क्रेडिट नहीं ले सकते ।
Food Pharmer ने दी इन कंपनीयों को चेतावनी :
रेवंत हिमतसिंग्का यानी Food Pharmer अक्सर इंस्टाग्राम में अपने वीडियो के माध्यम से बताते रहते हैं कि कौन सी चीज स्वास्थ्य के लिए सही है और कौन सी नहीं । वह अक्सर कंपनी के झूठे दावो का पर्दाफाश करते है और उन पर सवाल भी उठाते हैं । सिर्फ सवाल उठा कर वो शांत नहीं रहते , वो ये भी कोशिश करते हैं कि उन प्रोडक्ट्स में बदलाव भी ला सके । उन्होंने अब तक कई बड़ी-बड़ी कंपनीयों को कटघरे में खड़ा कर रखा है जिसमें से कुछ कंपनियां है सफ़ोला पीनट बटर , किसान फ्रेश टोमेटो कैचअप , अमूल ताजा मिल्क , लेस चिप्स , नॉर सूप आदि ।
Food Pharmer को जाने :
Food Pharmer नाम से प्रसिद्ध रेवंत हिमतसिंग्का ने 10 साल पहले इस सफर की शुरुआत की थी । उन्होंने साल 2014 में आईआईएम बेंगलुरु को छोड़ कर न्यूट्रिशन लिटरेसी पर बुक लिखा । हालाँकि उनकी यह बुक नहीं चल पाई । उन्होंने कुछ सालों बाद फिर से एमबीए करने का फैसला किया । अपने फैसले के अनुसार उन्होंने US यानी अमेरिका में जाकर एमबीए किया और वहां जॉब भी ले ली । मगर वहाँ उनका मन नहीं लगा और फिर उन्होंने भारत लौटने का फैसला किया और वापस आ गए ताकि वह भारत को बेहतर बना सके ।
भारत वापस आकर वो Food Pharmer बन गए । इसके बाद उन्होंने सोशल मीडिया में हेल्थ लिटरेसी फैलाने का जिम्मा उठाया और अब वह इंडिया के टॉप क्रिएटर में से एक है । Food Pharmer ने “लेबल पढ़ेगा इंडिया” मुहिम की भी शुरुआत की थी जिसमें कई बड़े बड़े सितारे जैसे अर्चना पूरन सिंह, टेरेंस लुइस, मोर्टल, दिनेश कार्तिक, फ्लाइंग बीस्ट , अभी एण्ड नियु , ठगेश , फ्लाइंग बीस्ट के अलावा और भी कई सितारे शामिल हुए थे ।
कमाल का काम कर रहे है Food Pharmer :
हम जानते ही है कि आजकल की ज़िंदगी मे हर एक पैक्ड चीज में केमिकल का उपयोग होता है । ऐसे में Food Pharmer अपने वीडियो के माध्यम से हर एक वर्ग के लोगों को जागरूक कर रहे है । साथ ही वो लोगों को संदेश भी दे रहे है कि वो इन केमिकल से भरी चीजों के बजाए स्वस्थ चीज़े खाए ।
बता दे कि Food Pharmer के इंस्टाग्राम अकाउंट में लगभग 27 लाख फॉलोवर्स है । उनका “Food Pharmer ” नाम से एक यूट्यूब चैनल भी है और उनके यूट्यूब चैनल में करीब 9 लाख 35 हजार सब्स्क्राइबर्स है ।