Dhruv Rathee ने बुधवार देर रात लॉरेंस बिश्नोई और उसके गैंग के बारे में वीडियो शेयर कर उनकी डरावनी जिंदगी के बारे में बात की । साथ ही साथ उन्होंने लौरेंस की तुलना बिश्नोई समुदाय के एक सच्चे जीव प्रेमी Anil Bishnoi से की और उन्हे खूब इज्जत दी ।
Dhruv Rathee ने हाल ही में एक वीडियो अपलोड की है । अपनी अपलोड की गई वीडियो में उन्होंने गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और नॉर्थ इंडिया के गैंग्स के बारे में बात की है । उन्होंने बुधवार शाम को यूट्यूब पर वीडियो पोस्ट की जिसका टाइटल था “द लॉरेंस बिश्नोई केस , गैंग्स ऑफ़ नॉर्थ इंडिया” ।
इस वीडियो में उन्होंने गैंगस्टर और क्राइम की दुनिया के कई राज खोले हैं । उन्होंने लॉरेंस बिश्नोई के जानवरों यानी हिरणों के प्रति प्यार को एक दिखावा कहकर उसके जीवन की तुलना एनिमल एक्टिविस्ट यानी जीव प्रेमी Anil Bishnoi के साथ की है । इससे साफ समझा जा सकता है कि लॉरेंस बिश्नोई ने अब तक किसी भी जीव की जान नहीं बचाई है पर कितने ही मर्डर और जबरदस्ती वसूली जैसे केसों को अंजाम दिया है ।
लॉरेंस बिश्नोई और Anil Bishnoi दोनों एक ही समुदाय से आते हैं जहां हिरणों को पूजा जाता है और उसकी जान लेने को पाप समझा जाता है । मगर लॉरेंस ने सिर्फ बड़ा नाम कमाने के लिए लाखों शिकारी को ना पकड़ सीधा सलमान खान को अपना निशाना बनाया और इसी वजह से वो लोगों के बीच प्रसिद्ध हुए । वहीं Anil Bishnoi ने इसके विपरीत हिरणों को बचाने की मुहिम चलाई । वह अब तक कई हजार हिरणों को शिकारियों से बचाकर उन शिकारियों को पुलिस के हत्थे चढ़ा चुके हैं ।
Dhruv Rathee appreciated bishnoi :
अपने नए यूट्यूब वीडियो में Dhruv Rathee ने अनिल बिश्नोई की कहानी जनता के साथ बाटते हुए उनकी खूब तारीफ की । उन्होंने कहा “Anil Bishnoi को बचपन से ही जीवों से काफी प्यार था । तब वो सोचा करते थे कि कैसे जीवों को बचाया जाए । पर जब वह कॉलेज में थे तब वह बिश्नोई समुदाय के जंगलों और वन्य जीवन को बचाने के प्रयास पर हुए एक कॉन्फ्रेंस में शामिल हुए जिसे सुन उनकी जिंदगी के मायने बदल गए । उन्होंने पढ़ाई खत्म करने के बाद गांव वापस लौटकर हिरणों को बचाने का फैसला किया ।
उन्होंने 20 साल की उम्र में पहली बार शिकारी का सामना किया जब उनके गांव के ही एक आदमी ने एक दिन शिकार होने की संभावना जताई । हालांकि वह पहली बार हिरण को बचा नहीं पाए पर उन्होंने शिकारी को पुलिस के हवाले कर दिया । ऐसे ही उन्होंने कई बार शिकारी को रोकने की कोशिश की जिसमें से एक दफा शिकारी ने उनके सर पर बंदूक भी तान दी थी । मगर इसी समय वहां पुलिस पहुंची और तब जाकर अनिल बिश्नोई की जान बचाई जा सकी ।
Dhruv Rathee ने बताया कि 51 साल के Anil Bishnoi की कहानी एक सच्चे पशु प्रेमी की कहानी है जिन्होंने अब तक 300 से ज्यादा शिकारीयों को रंगे हाथ पड़कर उन्हें जेल भिजवाया है । अनिल बिश्नोई राजस्थान के लखसार गांव के रहने वाले एक किसान है जिन्होंने अपनी जवानी से लेकर अब तक का समय सिर्फ हिरणों को बचाने के लिए समर्पित कर दिया ।
अनिल बिश्नोई ने दिया जवाब :
Dhruv Rathee के वीडियो के आने के बाद जीव प्रेमी Anil Bishnoi ने खुद ट्वीट कर यूट्यूबर को धन्यवाद कहा है । साल 2019 में अमृता देवी एनवायरमेंट कंजर्वेशन अवॉर्ड और 2021 में अर्थ हीरो अवार्ड पाने वाले अनिल बिश्नोई ने Dhruv Rathee का धन्यवाद करते हुए लिखा “ध्रुव राठी जी का हृदय से आभार व्यक्त करता हूँ जिन्होंने मेरे पर्यावरण और वन्य जीवन संरक्षण के प्रति समर्पण को अपने यूट्यूब चैनल पर साझा किया और लोगों में जागरूकता फैलाने का काम किया ।” इसी ट्वीट में अनिल जी ने आगे लिखा “आपने बिश्नोई समाज की महानता को उजागर कर हम सबको गर्वित किया है ।”
#ध्रुव_राठी जी का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं जिन्होंने मेरे पर्यावरण और वन्यजीव संरक्षण के प्रति समर्पण को अपनी वीडियो में साझा कर जनमानस में जागरूकता फैलाने का कार्य किया। उन्होंने विश्नोई समाज की महानता को उजागर कर हम सबको गर्वित किया।@dhruv_rathee #AnilBishnoi #DhruvRathee pic.twitter.com/XxOMTkxj9s
— Anil Bishnoi (@aniljeevpremi) November 8, 2024
अर्पित बिश्नोई ने कहा धन्यवाद :
Anil Bishnoi के बेटे अर्पित बिश्नोई ने भी ट्विटर का सहारा लेकर Dhruv Rathee को अपने पापा का काम लोगों को बताने के लिए उनका शुक्रिया अदा किया है । अर्पित ने ध्रुव की “द लॉरेंस बिश्नोई केस , गैंग्स ऑफ़ नॉर्थ इंडिया” वाली वीडियो की पिक्चर शेयर करते हुए ट्वीट कर लिखा “ध्रुव राठी आपका बहुत-बहुत धन्यवाद कि आपने मेरे पिता Anil Bishnoi की कहानी और प्रकृति और वन्य जीवन की रक्षा के लिए उठाया हमारा कदम जनता के सामने उजागर किया । हम आपसे समर्थन पाकर आपके बहुत आभारी हुए । हमें बिश्नोई होने पर गर्व है ।”
Thank you for sharing the story of my father, Anil Bishnoi, and highlighting our dedication to protecting nature and wildlife. We are deeply grateful for your support. Proud to be Bishnoi!@dhruv_rathee , @aniljeevpremi #dhruvrathee #anilbishnoi pic.twitter.com/yzQVWiMG6m
— Arpit bishnoi (@arpitbishnoi5) November 6, 2024
Anil Bishnoi के बेटे अर्पित बिश्नोई ने Dhruv Rathee के यूट्यूब विडियो पर भी कमेन्ट कर अपने दिल की बात कही हैं । उन्होंने लिखा- “मेरे पिता जिनकी कहानी आपने शेयर की हैं उन्होंने अपनी पूरी जिंदगी काले हिरणों और पर्यावरण को संरक्षण देने का प्रयास करते हुए गुजारा हैं । आपके द्वारा उन्हे इज्जत मिलता देख मुझे बहुत गर्व महसूस हो रहा है । मेरा पूरा परिवार और बिश्नोई समाज उनके प्रयासों को मान्यता देने के लिए आपका धन्यवाद करना चाह रहे हैं ।”
Who is Anil Bishnoi ?
राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले के एक छोटे से गांव लक्सर में रहने वाले Anil Bishnoi एक किसान है । मगर किसान होने के बावजूद वह राजस्थान में काफी प्रसिद्ध है । इसकी वजह ये है कि उन्होंने 51 साल की जिंदगी में से 31 साल का अपना जीवन काले हिरणों की रक्षा के लिए समर्पित किया है । बीते 30-31 सालों में अनिल बिश्नोई ने 10000 से भी ज्यादा काले हिरणों की रक्षा की है और साथ ही साथ 300 से ज्यादा शिकारीयों को पुलिस के हत्थे चढ़ाया है ।
Anil Bishnoi को 10,000 हिरणों की जान बचाने के लिए श्रेय दिया जाता है जिसके कारण उन्हें राजस्थान राज्य की तरफ से अमृता देवी एनवायरमेंट कंजर्वेशन अवॉर्ड 2019 और नेट वेस्ट इंडिया की तरफ से अर्थ हीरो अवार्ड 2021 से नवाजा गया है । उन्होंने 60 गांवो से पैसा इकट्ठा कर हिरणों की प्यास बुझाने के लिए वहां जल की व्यवस्था कर जलाशय का निर्माण कराया है । इस मुहिम की शुरुआत में उनके साथ ज्यादा लोग नहीं थे पर अब 3000 लोग स्वयंसेवक के तौर पर उनके साथ काम कर रहे हैं । अब लगभग राजस्थान के 12 जिलों में जीवों तक पीने का पानी पहुंचाने के लिए जलाशय निर्माण का काम किया जा रहा है ।